शराब के ठेकों की बोली के लिए पांच बजे तक डाली जा सकती थी पर्चियां
आनलाइन हुए काफी आवेदन पर एक पूर्व ठेकेदार अपने स्टाइल में करवा रहे थे काम
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अपने पीए को जांच के लिए निर्देश देते डीसी डॉ. सुमीत जारंगल |
राज्य में सरकार बदल गई तथा सत्ता परिवर्तन के साथ सरकारी काम काज में भी काफी सुधार आए हैं, लेकिन आबकारी विभाग के रवैए में कोई बदलाव नहीं आया। हालांकि शराब के ठेकों की लाटरी सिस्टम से होने वाली बोली के लिए पर्ची डालने की सोमवार को अंतिम तिथि थी तथा नियामानुसार चाहे पांच बजे तक ही पर्चियां डाली जा सकती थीं, लेकिन यहां का आबकारी विभाग सब नियमों को ताक पर रख कर एक पुराने ठेकेदार से साढ़े छह बजे के बाद अपने दफ्तर के गेट बंद करके पर्चियां डलवा रहा था। सूचना पाकर पहुंचे मीडिया को देखते ही विभाग के कर्मचारी खिसकते नजीर आए जबकि डीसी सुमीत जारंगल ने जांच की बात कही है।
गौरतलब है कि ठेकों की लाटरी सिस्टम से होने वाली निलामी में लिए सोमवार शाम पांच बजे तक पर्चियां डाली जानी थी। हालांकि इसके लिए काफी लोगों ने आनलाईन अप्लाई किया था, लेकिन कुछ लोगों ने आनलाईन के बजाए दफ्तर में पहुंचकर पर्ची डाली। आनलाईन अपलाई करने वाले निश्चल कुमार सन्नी ने बताया कि वह सवा पांच बजे तक ईटीई कार्यालय में बैठे थे तथा उस तक वहां पर कोई भी पर्ची डालने के लिए नहीं आया था।
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मीडिया के आने के बाद खिसकते आबकारी विभाग के अधिकारी |
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