चंडीगढ़, 16 अप्रैल:
पंजाब
के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने आज सरकारी अधिकारियों तथा पार्टी
साथियों को प्रशासनिक एवं पुलिस के कामकाज में दखलअंदाजी ना करने की ताडऩा
करते हुये कहा कि ऐसे मामलों को हर्गिज सहन नही किया जायेगा। साथ ही
उन्होंने सभी विभागों को भी अपनी डियूटी के दौरान सियासी दबाव के आगे ना
झुकने का कठोर संदेश दिया।
मुख्यमंत्री
ने मुक्तसर के एक पत्रकार पर कथित हमले की घटना को गंभीरता से लेते हुये
संबंधित अधिकारियों को यह मामला केवल मैरिट को आधार बनाकर निपटाने के आदेश
देते हुये कहा कि बिना किसी सियासी प्रभाव से न्याय मुहैया करवाने को यकीनी
बनाया जाये। यह जानकारी मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार श्री रवीन ठुकराल
ने दी।
श्री
ठुकराल ने बताया कि उन्होंने संबंधित पत्रकार से बात करके बता दिया है कि
मुख्यमंत्री ने भरोसा दिया है कि इस मामले में कानून अपना कार्य करेगा और
निष्पक्ष जांच द्वारा आरोपियों विरूद्ध कार्रवाई की जायेगी।
मुख्यमंत्री
ने राज्य के पुलिस मुखी को पत्रकार द्वारा अपने परिवार की सुरक्षा संबंधी
व्यक्त की आशंका के मद्देनज़र पत्रकार एवं उसके परिवार को सुरक्षा मुहैया
करवाने के आदेश दिये। पत्रकार को स्थानीय सरकारी अस्पताल में निशुल्क ईलाज
भी मुहैया करवाया जा रहा है।
मुख्यमंत्री
ने स्पष्ट शब्दों में चेतावनी देते हुये कहा कि सियासी नेताओं के इशारे पर
काम करने वाले अधिकारी जैसे कि वह अकाली दल की सरकार के दौरान करते थे, ने
यदि अपना यह ढंग ना बदला ना बदला तो उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जायेगी।
पुलिस
को लिखित रूप में कठोर संदेश देते हुये मुख्यमंत्री ने सीनियर अधिकारियों
को यह संदेश पुलिस विभाग के निम्न स्तर तक पहुंचाने को यकीनी बनाने के
निर्देश दिये ताकि कांग्रेस द्वारा चुनाव घोषणा पत्र में किये वायदे अनुसार
पुलिस के कामकाज को और अधिक पारदर्शी बनाया जा सके।
आज
यहां जारी बयान में कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि उनकी सरकार ने
क्षेत्रीय इंचार्ज प्रणाली को तो पहले ही समाप्त कर दिया है परंतु पुलिस के
कामकाज को बदलने में थोड़ा समय लगेगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि प्रशासन
एवं पुलिस के कामकाज में सियासी दखलअंदाजी के मामलों में वह कठोर रूख
अपनायेंगे।
मुख्यमंत्री
ने कहा कि कांग्रेस सरकार, सरकारी मशीनरी को सियासी बेडिय़ों से मुक्त करने
के लिये पूरी तरह वचनबद्ध है जोकि अकाली-भाजपा सरकार के शासन के दौरान
नियम ही बन गया था। उन्होंने कहा कि गत् बादल सरकार ने राज्य में समूचे
ढांचे को तहस-नहर कर दिया था जिसको बहाल करने की कार्रवाई आरंभ की गई है और
इसके संपूर्ण परिवर्तन के लिये सरकारी मशीनरी एवं राज्य के लोगों के
संयुक्त एवं ठोस प्रयासों की आवश्यकता है।
कैप्टन
अमरिंदर सिंह ने कहा कि जो लोग बादल सरकार के दौरान स्वयं को दबाव अधीन
महसूस करते थे, उनको कानून अपने हाथों में लेने से संयम में रहना चाहिए।
इसक ी बजाय गत् 10 वर्षो में गुनाह करने वाले आरोपियों को सजायें दिलाने के
लिये कानूनी राह अख्तियार किया जाये।
कैप्टन
अमरिंदर सिंह ने कहा कि पुलिस के कामकाज में सियासी दखलअंदाजी समाप्त करने
की दिशा में क्षेत्रीय इंचार्ज को समाप्त करके पहला कदम उठाया गया है।
उन्होंने कहा कि पुलिस के कामकाज को निष्पक्ष और बिना किसी पक्षपात से
यकीनी बनाने के लिये शीघ्र ही और सुधारों की घोषणा की जायेगी।
श्री
ठुकराल ने बताया कि राज्यभर के उच्च पुलिस अधिकारियों को मुख्यमंत्री
द्वारा निर्देश दिये गये हैं कि वह किसी भी शक्की या आरोपी की सियासी
समीपता को नज़रअंदाज करके सभी केसों को मैरिट के आधार पर निपटाने को यकीनी
बनाया जाये।