मानसा
सरकार द्वारा जारी किए गए फसल की कटाई के बाद नाड़ को आग लगाने के प्रितबंध को तानासाही हुकम करार देकर उक्त आदेशों को चुनौती देते हुए मानसा के एक गांव में किसानों ने एकित्रत होकर भारतीय किसान यूनियन एकता डकौंदा के नेतृत्व में अपने खेतों में बचे हुए नाड़ को आग के हवाले किया।
गौरतलब है कि प्रदूषण व जमीन की उपजाऊ शक्ति प्रभावित होने का हवाला देते हुए सरकार ने नाड़ जलाने पर प्रतिबंध लगाते हुए ऐसा करने वाले किसानों के खिलाफ मामला दर्ज करने तथा जुर्माना करने का आदेश जारी किया हुआ है। रविवार को उक्त आदेशों को दरिकनार करते हुए जिला मानसा के कस्बा भीखी के गांव अकिलयां में किसानों ने उक्त फैसला लिया तथा सरकार के खिलाफ बगावत करते हुए किसानों ने गांव में अपने खेतों में गेहूं की कटाई के बाद बची नाड़ को आग लगा दी।
गौरतलब है कि प्रदूषण व जमीन की उपजाऊ शक्ति प्रभावित होने का हवाला देते हुए सरकार ने नाड़ जलाने पर प्रतिबंध लगाते हुए ऐसा करने वाले किसानों के खिलाफ मामला दर्ज करने तथा जुर्माना करने का आदेश जारी किया हुआ है। रविवार को उक्त आदेशों को दरिकनार करते हुए जिला मानसा के कस्बा भीखी के गांव अकिलयां में किसानों ने उक्त फैसला लिया तथा सरकार के खिलाफ बगावत करते हुए किसानों ने गांव में अपने खेतों में गेहूं की कटाई के बाद बची नाड़ को आग लगा दी।
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इस मौके गांव वासियों के साथ भाकियू डकौंदा के ब्लाक प्रधान राज सिंह अकिलया, महिंदर सिहं भैणीबाघा, इकबाल सिंह मानसा, केवल सिंह माखा व देव गिल भी मौजूद थे।
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