श्रीगंगानगर
लगभग 87 वर्षांे से स्थापित अरोड़वंश बिरादरी की उत्तर भारत में सबसे बड़ी और विख्यात संस्था- श्री सनातन धर्म अरोड़वंश ट्रस्ट के नये अध्यक्ष अंकुर मिगलानी होंगे या कपिल असीजा, यह फैसला बुधवार को मतदान के जरिये होगा। इस संस्था के लगभग 10 हजार सदस्य मतदाता इसका फैसला करेंगे। स्थानीय जवाहरनगर में इस ट्रस्ट द्वारा संचालित अरोड़वंश पब्लिक स्कूल एवं अरोड़वंश गल्र्स कॉलेज कैम्पस में प्रात: 8 बजे मतदान आरम्भ होगा, जो सायं 6 बजे तक चलेगा। अध्यक्ष पद के लिए दो उम्मीदवारों- अंकुर मिगलानी और कपिल असीजा में सीधी टक्कर है। दोनों ही प्रत्याशियों ने अंतिम क्षण तक अपनी पूरी ताकत झोंक रखी है। चुनाव प्रचार-प्रसार व जनसम्पर्क में एक-दूसरे को पछाडऩे की होड़ में भी दोनों प्रत्याशियों और उनके समर्थकों ने कोई कसर नहीं छोड़ी। विगत 31 मई को चुनाव प्रक्रिया के तहत नामांकन पत्र वापिस लिये जाने का समय समाप्त होने के पश्चात् ही सर्वमान्य कमेटी ने लगभग 5 घंटे तक सर्वसम्मति से भरसक प्रयास किये थे। इस कमेटी ने जो फैसला किया, वह कपिल असीजा व उनके समर्थकों को स्वीकार्य नहीं हुआ। उन्होंने फैसले को खारिज करते हुए चुनाव मैदान में डटे रहने की ताल ठोक दी। पिछले दो हफ्तों से श्रीगंगानगर शहर की अरोड़ा बिरादरी में इस चुनाव को लेकर गहमा-गहमी उबाल पर है। कपिल असीजा इस संस्था में पहले कोषाध्यक्ष रह चुके हैं, जबकि अंकुर मिगलानी निवर्तमान अध्यक्ष जोगेन्द्र बजाज की कार्यकारिणी में सचिव पद पर रहे हैं। दोनों ही युवा और उत्साही हैं। इन दो हफ्तों में दोनों प्रत्याशियों ने लगभग 10 हजार मतदाताओं तक पहुंचने के लिए दिन-रात एक किया हुआ है।विधानसभा तर्ज पर चुनाव
अरोड़वंश संस्था के इतिहास में अध्यक्ष पद के लिए इतना कड़ा मुकाबला पहली बार देखने को मिल रहा है। लगभग 10 वर्ष पहले तक इस संस्था के सदस्य मतदाता इतने ज्यादा नहीं थे। लिहाजा अध्यक्ष पद के लिए केाई ज्यादा मारा-मारी भी नहीं होती थी। सर्वसम्मति से अध्यक्ष मनोनीत कर दिया जाता था। इसके लिए भी बिरादरी के किसी प्रबुद्ध या प्रतिष्ठित व्यक्ति के पास जाकर आग्रह करना पड़ता था। संस्था में चुनाव की कड़ी प्रतिस्पद्र्धा एक चुनाव पहले तब हुई, जब अजय नागपाल सोनू एवं पूर्व मंत्री राधेश्याम के पुत्र वीरेन्द्र राजपाल आमने-सामने हो गये। उस समय भी बहुत कड़ा मुकाबला हुआ था। आजीवन सदस्यों के साथ तब अस्थाई बनाये गये सदस्यों को भी वोट डालने का अधिकार दिया गया था। उस समय दोनों तरह के मतदाताओं की संख्या लगभग सात हजार के आसपास थी।
">इसके बाद पिछले चुनाव में अस्थाई मतदाताओं का प्रावधान समाप्त कर दिया गया। सिर्फ आजीवन सदस्यों को ही मतदान का अधिकार दिया गया। पिछले चुनाव में अजय नागपाल के गुट के सामने नया गुट डॉ. दर्शन आहूजा का उभरकर सामने आया। अध्यक्ष पद के लिए तीन प्रत्याशी मैदान में रह गये थे। इस पर समाज के प्रबुद्ध लोगों की एल ब्लॉक हनुमान मन्दिर में बैठक बुलाई गई, जिसमें पर्ची के जरिये फैसला करवाया गया। पर्ची अजय नागपाल गुट के जोगेन्द्र बजाज के नाम की निकली, जिस पर उन्हें अध्यक्ष मान लिया गया, लेकिन यह पर्ची नामांकन पत्र वापसी का समय बीतने के बाद निकाली गई थी। लिहाजा प्रक्रिया के तहत मतदान करवाना पड़ा। जोगेन्द्र बजाज के समक्ष पर्चा भरने वाले विद्युत निगम के सेवानिवृत्त अधिकारी सूरज अंगी व उनके समर्थकों ने अन्तिम दिनों में थोड़ा-बहुत प्रचार किया। पिछले चुनाव में भी करीब 7 हजार मतदाता थे। लगभग 3200 वोट पड़े थे। जोगेन्द्र बजाज की इकतरफा जीत हुई थी। मगर इस बार अंकुर मिगलानी और कपिल असीजा ने अपना पूरा दमखम लगा रखा है। लिहाजा यह मुकाबला कड़ा ही नहीं, बल्कि बेहद दिलचस्प भी हो गया है। चुनाव नतीजे पर समूचे उत्तर भारत की अरोड़ा बिरादरी की नजर लगी हुई है।
चुनाव के मुद्दे
अरोड़वंश ट्रस्ट द्वारा श्रीगंगानगर मेें श्रीराम दरबार मन्दिर (अरोड़वंश मन्दिर), अरोड़वंश पब्लिक स्कूल, अरोड़वंश गल्र्स कॉलेज तथा इन दोनों शिक्षण संस्थानों के साथ मार्केट कॉम्प्लेक्स का संचालन किया जाता है। इस ट्रस्ट द्वारा अनेक सामाजिक गतिविधियों को भी संचालित किया जा रहा है। इस बार चुनाव में दो अहम मुद्दे छाये हुए हैं। अंकुर मिगलानी, जोकि इलाके के जाने-माने सर्राफा व्यवसायी हैं, उन्होंने समाज के लिए एक अतिआधुनिक सुख-सुविधाओं से पूर्ण धर्मशाला का निर्माण करवाने का ऐलान किया है। उनके इस ऐलान पर विगत शनिवार को सुखाडिय़ा सर्किल पर हुई एक सभा में हाथों-हाथ समाज के दानवीरों ने करीब 90 लाख रुपये देने की घोषणा भी कर दी। अंकुर मिगलानी और उनके समर्थक इससे काफी उत्साहित हैं। वैसे भी 31 मई को नाम वापसी का समय बीतने के बाद पांच सदस्यीय सर्वमान्य कमेटी ने अपना निर्णय देते हुए अंकुर मिगलानी को ही नया अध्यक्ष घोषित किया था। इस फैसले को कपिल असीजा ने मानने से इंकार कर दिया। इस वजह से भी अंकुर मिगलानी का पलड़ा भारी है,
"> क्योंकि सर्वमान्य कमेटी के फैसले के पक्ष में ज्यादातर बिरादरी के लोग हैं। दूसरी ओर कपिल असीजा का समर्थन निवर्तमान प्रधान जोगेन्द्र बजाज, पूर्व प्रधान अजय नागपाल सोनू कर रहे हैं। इनके पीछे दूसरे समाज के लोग भी हैं। इस बात को अंकुर मिगलानी गुट ने खास मुद्दा बना रखा है। कपिल असीजा व उनके समर्थकों ने इस चुनाव को गरीब के मुकाबले अमीर की लड़ाई बनाने के भरसक प्रयास किये जा रहे हैं। खास बात ये है कि असीजा गुट का बाहरी समाज के जो लोग समर्थन कर रहे हैं, वे लगभग सभी धनकुबेर और धनाढय हैं। लिहाजा असीजा गुट की ओर से यह मुद्दा पूरी रंगत नहीं पकड़ रहा।
मतदान शुरू, मतगणना की तैयारियां भी पूरी
अरोड़वंश पब्लिक स्कूल व अरोड़वंश गल्र्स कॉलेज कैम्पस में चुनाव अधिकारी नरेश सतीजा की देखरेख में मतदान शुरू हो गया है जबकि मतगणना की तैयारियां भी पूरी कर ली गईं। श्री सतीजा ने बताया कि 9 हजार 984 मतदाताओं को देखते हुए 11 पोलिंग बूथ बनाये गये हैं। इनमें से एक बूथ अस्वस्थ और दिव्यांग मतदाताओं के लिए रहेगा। मतदान के लिए 47 कर्मचारियों तथा 10 सहायक कर्मचारियों की ड्यूटियां लगाई गई हैं। कानून व्यवस्था की स्थिति बनाये रखने के लिए 10 महिलाकर्मियों सहित 70 पुलिसकर्मियों का जाब्ता तैनात किया जायेगा। श्री सतीजा ने बताया कि मतदान सायं 6 बजे तक चलेगा। एक घंटे के अंतराल के बाद सायं 7 बजे मतगणना आरम्भ की जायेगी। मतगणना के लिए 4 टेबल और 8 कर्मचारी लगाये जायेंगे। अनुमान लगाया जा रहा है कि लगभग 7 हजार वोट पड़ेंगे। चुनाव परिणाम रात 12 बजे तक आने की संभावना है। मतदान के समय बरामदों व बाहरी गेट पर सीसी कैमरे लगाये गये हैं। मतगणना की वीडियोग्राफी करवाई जायेगी।
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