पुलिस को लाखों रुपये ठगने वाली सुनयना नामक हसीना व युवक राजा की है तलाश
बीटीटी न्यूज नेटवर्क![]() |
सुनयना और अमित |
श्रीगंगानगर पुलिस एक ऐसी चालबाज हसीना की बड़ी शिद्दत से तलाश कर रही है, जो कबूतरबाजी से लगभग 18 लाख रुपये ठगकर रातों-रात गायब हो गई है। इस हसीना के साथ एक राजा नामक युवक भी वांछित है। पुलिस ने इन दोनों के गिरोह में शामिल पंजाब के फगवाड़ा शहर के एक युवक अमित सुनार को पकड़ रखा है। हसीना, जिसका नाम सुनयना बताया जा रहा है, उसे पकडऩे के लिए अमित को साथ लेकर कोतवाली पुलिस ने पंजाब के जालंधर और फगवाड़ा क्षेत्रों में काफी छापेमारी की, लेकिन वे दोनों ही नहीं मिले। खास बात ये है कि पुलिस की गिरफ्त में आये हुए अमित के पास न तो इस सुनयना का और न ही उसके साथी राजा का कोई मोबाइल फोन नम्बर है। यहां तक कि उसके पास इनका पंजाब में सही नाम-पता भी नहीं है। पांच दिन से अमित को पुलिस ने रिमांड पर ले रखा है। यह रिमांड खत्म होने पर उसे पुन: कोर्ट में पेश किया गया। जांच अधिकारी सब इंस्पेक्टर संदीप ने बताया कि अमित का तीन दिन का रिमांड और मिल गया है। अमित के पास से पुलिस कुछ भी बरामद नहीं कर सकी, क्योंकि उसे इस ठगी में सुनयना-राजा ने महज एक लाख रुपये दिये थे, जो उसने अपनी नशे की लत्त पर उड़ा दिये हैं। कबूतरबाजी से ठगी का यह मामला पिछले सप्ताह उजागर हुआ था, जब स्थानीय केन्द्रीय बस अड्डे पर पुलिस ने अमित को तीन-चार जनों के साथ झगड़ा करते हुए पकड़ा। उस रात अमित एच ब्लॉक में खोले गये एक्सप्रेस इमीग्रेशन सेंटर ऑफिस का सामान समेटकर श्रीगंगानगर से भाग रहा था। उसे धारा 151 में गिरफ्तार कर लिया गया।
अगले दिन ठगी के शिकार हुए एक शख्स चक 77 आरबी निवासी कर्मजीतसिंह पुत्र सुखदेव सिंह सैनी ने करीब छह लाख की ठगी करने के आरोप में अमित व अन्यों के खिलाफ कोतवाली में मुकदमा दर्ज करवा दिया। अमित को बाद में इस मुकदमे में गिरफ्तार कर लिया गया।
फूंक फूंक कर रखा शातिर सुनयना और राजा ने एक एक कदम
एक सप्ताह की जांच-पड़ताल के बाद पुलिस ने पाया है कि कबूतरबाजी की आड़ में इस ठगी को बहुत ही सुनियोजित और शातिर तरीके से अंजाम दिया गया है। फगवाड़ा निवासी अमित लगभग तीन वर्ष तक दुबई में रह चुका है। वापिस फगवाड़ा आने पर उसके विरुद्ध कोई आपराधिक मामला दर्ज हुआ था, जिसमें उसे गिरफ्तार कर लिया गया था। पुलिस के मुताबिक जेल में उसकी जान-पहचान राजा नामक युवक से हुई, जो कि फगवाड़ा क्षेत्र का ही निवासी बताया जाता है। सुनयना उर्फ भारती, इसी राजा की जान-पहचान वाली है। पूछताछ मेें अमित ने बताया है कि उसे राजा ने ही सुनयना से मिलवाया था। इन्हीं कहने पर उसने लगभग पांच महीने पहले श्रीगंगानगर आकर विनोबा बस्ती में मकान किराये पर लिया। इसी मकान में यह तीनों रहने लगे। फिर एच ब्लॉक में ऑफिस के लिए जगह किराये पर ली। यह दोनों जगह अमित ने अपने नाम-पते से किराये पर ली थी। करीब चार महीने के दौरान राजा कभी भी ऑफिस में नहीं आया। वह स्कूटी पर सुनयना को ऑफिस छोड़ जाता था, शाम को ले जाता था। सुनयना अपने मोबाइल फोन का इस्तेमाल नहीं करती थी। वह लैंडलाइन फोन पर ही कॉल करती थी। पुलिस को अभी तक उसका मोबाइल फोन नम्बर ही नहीं मिला है। अगर यह नम्बर मिल जाता तो उसे पकडऩा आसान रहता। इसी तरह राजा ने भी अमित को अपने मोबाइल फोन नम्बर नहीं दे रखे थे। अमित भी अपना मोबाइल फोन बहुत कम उपयोग करता था। इन तीनों की प्लानिंग शुरू से ही ऐसी थी कि अगर भागना पड़ जाये, तो कोई उन्हें पकड़ न सके। पीछे कोई भी ऐसा सबूत नहीं छोड़ा, जिससे पुलिस उन तक पहुंच सके। पुलिस को सुनयना की फोटो भी बड़ी मुश्किल से मिली है।
ऑफिस में आने वाले क्लाइंट को वह अपना मोबाइल नम्बर नहीं देती थी। ऑफिस में चार-पांच युवक-युवतियों को काम पर रखा हुआ था। उनसे भी लैंडलाइन पर ही बात होती थी। सुनयना को पकडऩे के लिए पुलिस अब लैंडलाइन फोन की कॉल डिटेल मिलने का इंतजार कर रही है।
Post a Comment