श्री मुक्ततसर साहिब रविवार को दोपहर बाद उस समय स्थिति तनावपूर्ण हो गई जब भाजपा के पार्षद बंटी खेड़ा को लोगों ने पुलिस की गाड़ी में चढ़कर जाते देखा। यह बात आनन फानन में जंगल की आग की तरह फैल गई तथा भाजपाई भड़कते हुए आनन फानन में थाने आ पहुंचे। भाजपा के नेताओं के साथ अकाली कार्यकर्ताओं के अलावा विधायक कंवरजीत सिंह रोजी बरकंदी भी मौके पर पहुंच गए। हालांकि इस दौरान थाना प्रभारी तेजिंदर पाल सिंह कहते रहे कि उन्होंनें किसी को भी नहीं उठाया तथा पार्षद खुद उसके साथ गाड़ी में बैठाा था तथा गुरु हरसहाय बाईपास पर जाकर उतर गया, लेकिन इसके बावजूद भाजपाई पुलिस पर उनके पार्षद का अपहरण करने की बात को लेकर भड़क उठे तथा थाने के समक्ष प्रदर्शन की तैयारी करते हुए दरियां भी बिछाई जाने लगी। करीब एक घंटा तक चलते रहे इस हंगामें के बाद जब खुद पार्षद ने अपनी पत्नी व भाई को फोन करके खुद के सही सलामत होने तथा शाम तक घर लौट आने की बात कही तो ठंडे पड़े सभी लोग अपने अपने घरों को हो चले। अंत में भाजपा के जिला प्रधान राजेश गोरा पठेला ने थाना सिटी प्रभारी को कहा कि बंटी खेड़ा ने अपने परिजनों को फोन करके चाहे सही सलामत होने की बात कही है, लेकिन यह भी हो सकता है कि उसने फोन किसी के दबाव में किया हो यदि वह रात को घर न लौटा तो सुबह बैठक कर वह पार्टी की तरफ से अपना कोई फैसला लेंगे। उधर थाना सिटी प्रभारी तेजिंदर सिंह ने स्पष्ट किया कि बंटी खेड़ा ने खुद उनको कोई बात बताने के लिए बुलाया था तथा वह उनकी गाड़ी में आकर बैठ गया। उसकी गाड़ी हमारे पीछे ही आ रही थी तथा गुरु नानक कॉलेज के पास जाकर वह उतर गया तथा अपनी गाड़ी में बैठ गया। लेकिन बाद में भाजपा नेताओं द्वारा इसे ना जाने क्यों इस तरह की सियासी रंजिश दे दी गई। अब बंटी खेड़ा का खुद का परिजनों को फोन आने के बाद मसला पूरी तरह से साल्व हो गया है। गौर तलब है कि नगर कौंसिंल के प्रधान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव के चलते पार्षदों दो गुटों में बंटे हुए हैं तथा पार्षदों की खींचातान चल रही है।
इस मौके पर सुभाष भटेजा, अश्वनी गिरधर, मंडल प्रधान संदीप गिरधर, राजीव दाबड़ा, पिंकी मल्होत्रा, अनुराग राहुल शर्मा, लक्की झांब, अकाली नेता हीरा सिंह चड़ेवान, कश्मीर सिंह, रोबिन बराड़, सतीश गिरधर काला सहित बड़ी संख्या में अकाली भाजपा नेता व कार्यकर्ता मौजूद थे।
Post a Comment