प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि न्यू इंडिया का सपना तभी साकार होगा जब गांव और किसान सशक्त होंगे।
उन्होंने कहा कि किसान परंपरागत खेती के अलावा कृषि से जुडे अन्य अवसरों का भी लाभ उठाएं, इससे उनकी आमदनी बढेगी। उन्होंने आज एकबार फिर कहा कि किसानों की आमदनी बढाने के लिये सरकार प्रतिबद्ध है |
पुणे में आयोजित भारतीय एग्रो इंडस्ट्रीज फाउंडेशन यानि बाएफ के स्थापना दिवस एवं स्वर्ण जयंती समारोह को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेन्सिंग के ज़रिए संबोधित किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार की पूरी कोशिश है कि किसानों की आमदनी बढ़े और खेती का खर्च घटे। प्रधानमंत्री ने कहा कि जब किसान परंपरागत खेती के अलावा कृषि से जुड़े अन्य काम भी करेंगे तो उनकी आमदनी में काफी बढ़ोत्तरी होगी।
प्रधानमंत्री ने प्रधानमंत्री कृषि संपदा योजना का भी ज़िक किया। योजना का उद्देश्य कृषि के खर्च को कम करना, प्रसंस्करण का आधुनिकीकरण करना और कृषि-बर्बादी को कम करना है। उन्होंने कहा कि सरकार प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के तहत 99 परियोजनाओं को पूरा करने पर काम कर रही है। साथ ही उन्होंने खेती में मशीनों और तकनीक के अधिक से अधिक इस्तेमाल पर भी ज़ोर दिया। प्रधानमंत्री ने कहा कि न्यू इंडिया का सपना तभी साकार हो पाएगा जब गाँवों को सशक्त बनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि डिजिटल गाँव को सपने को साकार करने के लिए सरकार देशभर के पंचायतों को ऑप्टिकल फाइबर से जोड़ने का का काम कर रही है।
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में ग्रामीण महिलाओं के सशक्तिकरण, सौर ऊर्जा के उपयोग, पर ड्रॉप मोर क्रॉप यानि खेती के लिए पानी के किफायती इस्तेमाल, पशुपालन, मछली पालन, मधुमक्खी पालन….जैसे मुद्दों का भी ख़ास तौर पर ज़िक्र किया। प्रधानमंत्री ने वेस्ट टू वेल्थ का ज़िक्र करते हुए कहा कि किसानों के खेतों से निकलने वाली हर चीज़ धन है।
उन्होंने कहा कि किसान परंपरागत खेती के अलावा कृषि से जुडे अन्य अवसरों का भी लाभ उठाएं, इससे उनकी आमदनी बढेगी। उन्होंने आज एकबार फिर कहा कि किसानों की आमदनी बढाने के लिये सरकार प्रतिबद्ध है |

पुणे में आयोजित भारतीय एग्रो इंडस्ट्रीज फाउंडेशन यानि बाएफ के स्थापना दिवस एवं स्वर्ण जयंती समारोह को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेन्सिंग के ज़रिए संबोधित किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार की पूरी कोशिश है कि किसानों की आमदनी बढ़े और खेती का खर्च घटे। प्रधानमंत्री ने कहा कि जब किसान परंपरागत खेती के अलावा कृषि से जुड़े अन्य काम भी करेंगे तो उनकी आमदनी में काफी बढ़ोत्तरी होगी।
प्रधानमंत्री ने प्रधानमंत्री कृषि संपदा योजना का भी ज़िक किया। योजना का उद्देश्य कृषि के खर्च को कम करना, प्रसंस्करण का आधुनिकीकरण करना और कृषि-बर्बादी को कम करना है। उन्होंने कहा कि सरकार प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के तहत 99 परियोजनाओं को पूरा करने पर काम कर रही है। साथ ही उन्होंने खेती में मशीनों और तकनीक के अधिक से अधिक इस्तेमाल पर भी ज़ोर दिया। प्रधानमंत्री ने कहा कि न्यू इंडिया का सपना तभी साकार हो पाएगा जब गाँवों को सशक्त बनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि डिजिटल गाँव को सपने को साकार करने के लिए सरकार देशभर के पंचायतों को ऑप्टिकल फाइबर से जोड़ने का का काम कर रही है।
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में ग्रामीण महिलाओं के सशक्तिकरण, सौर ऊर्जा के उपयोग, पर ड्रॉप मोर क्रॉप यानि खेती के लिए पानी के किफायती इस्तेमाल, पशुपालन, मछली पालन, मधुमक्खी पालन….जैसे मुद्दों का भी ख़ास तौर पर ज़िक्र किया। प्रधानमंत्री ने वेस्ट टू वेल्थ का ज़िक्र करते हुए कहा कि किसानों के खेतों से निकलने वाली हर चीज़ धन है।
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