राजस्थान के बारां जिले में 4 दिन पहले अपने 3 मासूम बच्चों को छोड़कर एक मां अपने प्रेमी संग फरार हो गई, जिसके बाद से उसका कोई अता-पता नहीं है.
मामला छबड़ा क्षेत्र के बापचा थाना अंतर्गत कादरपुरा गांव का है. पत्नी के प्रेमी के साथ भाग जाने के बाद मजदूर पति जगमोहन अकेले बच्चों को संभालने में बुरी तरह से बेबस और परेशान है. वहीं, मां को अपने पास न पाकर तीनों मासूमों का रो रोकर बुरा हाल है. दरअसल, विवाहिता मंजू बाई बीमारी का बहाना बनाकर अपने तीन मासूम बच्चों को घर में अकेला छोड़कर और पति जगमोहन से 6 सौ रुपए लेकर डॉक्टर को दिखाने की बात कहकर छबड़ा आई थी. देर रात तक गांव वापस नहीं लौटने पर उसकी काफी तलाश की गई, लेकिन 3 दिन बीतने के बाद भी उसका कोई अता-पता नहीं चल पा रहा है.
पीड़ित पति जगमोहन द्वारा बापचा थाने में अपनी पत्नी के गुम होने की रिपोर्ट दर्ज कराई है . जगमोहन ने पुलिस को बताया कि गांव में उसका सड़क किनारे मकान होने से ट्रक ड्राइवर पानी पीने के लिए उसके घर आया-जाया करते थे और अक्सर अशोक, नन्दा और लोकेश नामक ड्राइवर उसकी पत्नी को दिन में और रात में फोन कर घंटों बातें करते थे. जगमोहन की मानें तो इन्हीं में से कोई एक ड्राइवर उसकी पत्नी को भगा ले गया है.
मामला छबड़ा क्षेत्र के बापचा थाना अंतर्गत कादरपुरा गांव का है. पत्नी के प्रेमी के साथ भाग जाने के बाद मजदूर पति जगमोहन अकेले बच्चों को संभालने में बुरी तरह से बेबस और परेशान है. वहीं, मां को अपने पास न पाकर तीनों मासूमों का रो रोकर बुरा हाल है. दरअसल, विवाहिता मंजू बाई बीमारी का बहाना बनाकर अपने तीन मासूम बच्चों को घर में अकेला छोड़कर और पति जगमोहन से 6 सौ रुपए लेकर डॉक्टर को दिखाने की बात कहकर छबड़ा आई थी. देर रात तक गांव वापस नहीं लौटने पर उसकी काफी तलाश की गई, लेकिन 3 दिन बीतने के बाद भी उसका कोई अता-पता नहीं चल पा रहा है.
पीड़ित पति जगमोहन द्वारा बापचा थाने में अपनी पत्नी के गुम होने की रिपोर्ट दर्ज कराई है . जगमोहन ने पुलिस को बताया कि गांव में उसका सड़क किनारे मकान होने से ट्रक ड्राइवर पानी पीने के लिए उसके घर आया-जाया करते थे और अक्सर अशोक, नन्दा और लोकेश नामक ड्राइवर उसकी पत्नी को दिन में और रात में फोन कर घंटों बातें करते थे. जगमोहन की मानें तो इन्हीं में से कोई एक ड्राइवर उसकी पत्नी को भगा ले गया है.
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