श्री मुक्तसर साहिब
प्रदेश भर में जहां बुराई पर अच्छाई की जीत के प्रतीक विजयदशमी पर्व मौके रावण, कुंभकर्ण व मेघनाद के बुत फूंके गए। वहीं भगवान वाल्मीकि सभा की ओर से श्री मुक्तसर साहिब के गुरु गोबिंद सिंह पार्क के पीछे स्थित वाल्मीक चौक पर रावण को पूजा गया। वाल्मीकि सभा द्वारा विजयदशमी पर्व को महात्मा रावण के बलिदान दिवस के रुप में मनाया गया। वक्ताओं ने रावण के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित करते हुए श्रद्धासुमन अर्पित किए गए। इस दौरान वक्ताओं ने रावण के जीवन पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम में चेयरमैन मुकेश धमेनिया, मंगत राम, अध्यक्ष अशोक कुमार, काकू राम, सोनू उजीनवाल, नसीब, विक्की, चरनदास चन्नी, बिहारी लाल, वीरपाल कौर, अभि, अमन, आकाश समेत सभा के अन्य पदाधिकारी भी मौजूद थे।
प्रदेश भर में जहां बुराई पर अच्छाई की जीत के प्रतीक विजयदशमी पर्व मौके रावण, कुंभकर्ण व मेघनाद के बुत फूंके गए। वहीं भगवान वाल्मीकि सभा की ओर से श्री मुक्तसर साहिब के गुरु गोबिंद सिंह पार्क के पीछे स्थित वाल्मीक चौक पर रावण को पूजा गया। वाल्मीकि सभा द्वारा विजयदशमी पर्व को महात्मा रावण के बलिदान दिवस के रुप में मनाया गया। वक्ताओं ने रावण के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित करते हुए श्रद्धासुमन अर्पित किए गए। इस दौरान वक्ताओं ने रावण के जीवन पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम में चेयरमैन मुकेश धमेनिया, मंगत राम, अध्यक्ष अशोक कुमार, काकू राम, सोनू उजीनवाल, नसीब, विक्की, चरनदास चन्नी, बिहारी लाल, वीरपाल कौर, अभि, अमन, आकाश समेत सभा के अन्य पदाधिकारी भी मौजूद थे।
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