श्री मुक्तसर साहिब
पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट के आदेशों पर भी प्रशासन अमल करवा पाने में असफल रहा तथा आदेश पटाखों के संग धुंआ होते नजर आए। हालात यह रहे कि सख्ती के लाख दावों के बावजद प्रशासन ना तो पूरी तरह से निधारित जगहों पर ही पटाखों की बिक्री करवा पाया और ना ही समय सीमा के अंदर ही पटाखे फोड़े जा सके बल्कि गली मोहल्लों में पटाखे बिकने के साथ आधी रात के बाद तक भी चाहे पटाखे फूंटने के धमाकों से लोगों के कान फटते रहे लेकिन प्रशासन को यह आवाज सुनाई नहीं दी।
गौरतलब है कि पंजाब एंड हरियाणा हाइकोर्ट के आदेशों का हवाला देकर प्रशानिक अधिकारियों ने इस बार सैकड़ों में से महज तीस लोगों को लाइसेंस दिए गए। हालांकि लाइसेंस देने के लिए पारदर्शिता का ड्रामा करते हुए लाइसेंस जारी भी ड्रा सिस्टम से किए गए, लेकिन प्रशासन की स्थिति लोगों में हास्यापद रही जब दीपावली के दिन निर्धारित जगहों के बजाय गली मोहल्लों में जगह जगह सैकड़ों दुकानों पर सरेआम पटाखे बिके। यही नहीं साढ़े 6 बजे से साढ़े 9 बजे तक ही पटाखे चलाने देने के लिए ढिंढोरा पीटते रहे प्रशासनिक अधिकारियों को आधी रात के बाद तक चलते रहे पटाखों की आवाज सुनाई ही नहीं दी। थाना सिटी मुक्तसर के प्रभारी तेङ्क्षजदरपाल ङ्क्षसह ने कहा कि पुलिस ने पटाखा स्टॉल हटवाने के लिए अपने स्तर पर खूब प्रयास किए, लेकिन लोग उनके जाने पर फिर से स्टाल लगा लेते थे।
गिद्ड़बाहा व मलोट में आग मुक्तसर में कार जली
गिद्दड़बाहा में दीपावली की रात को लंबी रोड पर स्थित विश्वकर्मा मंदिर के पीछे कबाड़ के गोदाम में पटाखों की ङ्क्षचगारी से आग लग गई। कबाड़ी जीत राम ने बताया कि वीरवार रात करीब दस बजे पटाखों की ङ्क्षचगारी उनके गोदाम में आकर गिर गई। जिसकी वजह से गोदाम में रखे कबाड़ के सामान को आग लग गई। इस आग की वजह से उसका हजारों रुपये का नुकसान हो गया। फायर ब्रिगेड ने आग पर काबू पाया। इसी तरह मलोट में भी कबाड़ की दुकान में लगी आग, हजारों का नुकसान हो गया। उधर श्री मुक्तसर साहिब की नारंग कालोनी की गली नंबर एक में देर रात को करीब साढ़े 12 बजे इस गली के निवासी सुधीर कुमार की स्विफ्ट कार पटाखों की भेंट चढ़ गई। सुधीर कुमार ने बताया कि उसकी गाड़ी रोजाना की तरह अपने घर के सामने स्थित प्लॉट में शेड के नीचे खड़ी की थी।
पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट के आदेशों पर भी प्रशासन अमल करवा पाने में असफल रहा तथा आदेश पटाखों के संग धुंआ होते नजर आए। हालात यह रहे कि सख्ती के लाख दावों के बावजद प्रशासन ना तो पूरी तरह से निधारित जगहों पर ही पटाखों की बिक्री करवा पाया और ना ही समय सीमा के अंदर ही पटाखे फोड़े जा सके बल्कि गली मोहल्लों में पटाखे बिकने के साथ आधी रात के बाद तक भी चाहे पटाखे फूंटने के धमाकों से लोगों के कान फटते रहे लेकिन प्रशासन को यह आवाज सुनाई नहीं दी।
गौरतलब है कि पंजाब एंड हरियाणा हाइकोर्ट के आदेशों का हवाला देकर प्रशानिक अधिकारियों ने इस बार सैकड़ों में से महज तीस लोगों को लाइसेंस दिए गए। हालांकि लाइसेंस देने के लिए पारदर्शिता का ड्रामा करते हुए लाइसेंस जारी भी ड्रा सिस्टम से किए गए, लेकिन प्रशासन की स्थिति लोगों में हास्यापद रही जब दीपावली के दिन निर्धारित जगहों के बजाय गली मोहल्लों में जगह जगह सैकड़ों दुकानों पर सरेआम पटाखे बिके। यही नहीं साढ़े 6 बजे से साढ़े 9 बजे तक ही पटाखे चलाने देने के लिए ढिंढोरा पीटते रहे प्रशासनिक अधिकारियों को आधी रात के बाद तक चलते रहे पटाखों की आवाज सुनाई ही नहीं दी। थाना सिटी मुक्तसर के प्रभारी तेङ्क्षजदरपाल ङ्क्षसह ने कहा कि पुलिस ने पटाखा स्टॉल हटवाने के लिए अपने स्तर पर खूब प्रयास किए, लेकिन लोग उनके जाने पर फिर से स्टाल लगा लेते थे।
गिद्ड़बाहा व मलोट में आग मुक्तसर में कार जली
गिद्दड़बाहा में दीपावली की रात को लंबी रोड पर स्थित विश्वकर्मा मंदिर के पीछे कबाड़ के गोदाम में पटाखों की ङ्क्षचगारी से आग लग गई। कबाड़ी जीत राम ने बताया कि वीरवार रात करीब दस बजे पटाखों की ङ्क्षचगारी उनके गोदाम में आकर गिर गई। जिसकी वजह से गोदाम में रखे कबाड़ के सामान को आग लग गई। इस आग की वजह से उसका हजारों रुपये का नुकसान हो गया। फायर ब्रिगेड ने आग पर काबू पाया। इसी तरह मलोट में भी कबाड़ की दुकान में लगी आग, हजारों का नुकसान हो गया। उधर श्री मुक्तसर साहिब की नारंग कालोनी की गली नंबर एक में देर रात को करीब साढ़े 12 बजे इस गली के निवासी सुधीर कुमार की स्विफ्ट कार पटाखों की भेंट चढ़ गई। सुधीर कुमार ने बताया कि उसकी गाड़ी रोजाना की तरह अपने घर के सामने स्थित प्लॉट में शेड के नीचे खड़ी की थी।
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