</>दुर्भाग्यपूर्ण है कि आंखों से अंधे किसी असहाय की मदद करने के बजाय उसकी लाचारी का फायदा उठाकर उसके साथ ठगी कर लेना, लेकिन उससे भी दुर्भाग्यपूर्ण ये है कि इस मामले को पुलिस की ओर से संजीदगी से नहीं लिया जाना। मामला जिला श्री मुक्तसर साहिब के शहर मलोट का है जहां एक नेत्रहीन सेवामुक्त अध्यापक रणजीत सिंह के घर पर कुछ समय के लिए मजदूरी करने के लिए आया काका सिंह नामक एक मजदूर युवक उसे झांसे में लेकर अपनी पत्नी की बीमारी का बहाना बनाते हुए पंद्रह हजार रुपये ले गया तथा बाद में उसकी लाचारी का फायदा उठाते हुए उक्त संगीत अध्यापक को जाली नोट देकर लेकर चलता बना। मलोट पुलिस के एस.पी. दविंदर सिंह का कहना है कि पुलिस की ओर से नेत्रहीन अध्यापक को चूना लगाने वाले आरोपी युवक की तलाश में कोई कसर नहीं छोड़ी जा रही है और उसे शीघ्र ही काबू कर लिया जाएगा। पीड़त अध्यापक ने पुलिस प्रशासन से शीघ्र इंसाफ दिलाने की मांग की है।
कर लो जो करना अै पुलस मैनू फड़ नहीं सकती...
Friday, November 17, 2017
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</>दुर्भाग्यपूर्ण है कि आंखों से अंधे किसी असहाय की मदद करने के बजाय उसकी लाचारी का फायदा उठाकर उसके साथ ठगी कर लेना, लेकिन उससे भी दुर्भाग्यपूर्ण ये है कि इस मामले को पुलिस की ओर से संजीदगी से नहीं लिया जाना। मामला जिला श्री मुक्तसर साहिब के शहर मलोट का है जहां एक नेत्रहीन सेवामुक्त अध्यापक रणजीत सिंह के घर पर कुछ समय के लिए मजदूरी करने के लिए आया काका सिंह नामक एक मजदूर युवक उसे झांसे में लेकर अपनी पत्नी की बीमारी का बहाना बनाते हुए पंद्रह हजार रुपये ले गया तथा बाद में उसकी लाचारी का फायदा उठाते हुए उक्त संगीत अध्यापक को जाली नोट देकर लेकर चलता बना। मलोट पुलिस के एस.पी. दविंदर सिंह का कहना है कि पुलिस की ओर से नेत्रहीन अध्यापक को चूना लगाने वाले आरोपी युवक की तलाश में कोई कसर नहीं छोड़ी जा रही है और उसे शीघ्र ही काबू कर लिया जाएगा। पीड़त अध्यापक ने पुलिस प्रशासन से शीघ्र इंसाफ दिलाने की मांग की है।