वित्तीय कुप्रबंधन की हर वर्ग को चुकानी पड़ रही है भारी कीमत: अमन अरोड़ा
चंडीगढ़, 15 दिसंबर 2017
आम आदमी पार्टी (आप) पंजाब ने कहा है कि कैप्टन अमरिंदर सिंह सरकार ने पंजाब को वित्तीय एमरजेंसी में झोंक दिया है। ‘आप’ द्वारा जारी ब्यान में पार्टी के सह-प्रधान व विधायक अमन अरोड़ा ने कहा कि कैप्टन अमरिंदर सिंह ने चुनाव के दौरान पंजाब को आर्थिक संकट से निकालने के सब्जबाग दिखाए थे लेकिन अपने दस महीनों के निकंमे कार्यकाल के दौरान पंजाब की आर्थिक स्थिति बद से बदतर कर दी गई है, जिसकी राज्य के हर वर्ग को चुकानी पड़ रही है।
आम आदमी पार्टी (आप) पंजाब ने कहा है कि कैप्टन अमरिंदर सिंह सरकार ने पंजाब को वित्तीय एमरजेंसी में झोंक दिया है। ‘आप’ द्वारा जारी ब्यान में पार्टी के सह-प्रधान व विधायक अमन अरोड़ा ने कहा कि कैप्टन अमरिंदर सिंह ने चुनाव के दौरान पंजाब को आर्थिक संकट से निकालने के सब्जबाग दिखाए थे लेकिन अपने दस महीनों के निकंमे कार्यकाल के दौरान पंजाब की आर्थिक स्थिति बद से बदतर कर दी गई है, जिसकी राज्य के हर वर्ग को चुकानी पड़ रही है।
अमन अरोड़ा ने कहा कि वित्तीय एमरजेंसी के चलते सरकारी स्कूलों में जरूरतमंद बच्चों को न तो सर्दी की वर्दी और न ही किताबें मुहैया करवाई गई है, जबकि सर्दी चरमसीमा पर पहुंच गई है औरचालू अकादमिक सत्र समाप्त होने को है। चुनाव में 2500 रुपये प्रति महीना बुढ़ापा पेंशन का वादा करने वाले कैप्टन अमरिंदर सिंह ने बजुर्गों, अपंगों और विधावाओं को पिछले 8 महीनों से 500 रुपये मासिक पेंशन भी नहीं दी। सरकारी और अर्ध-सरकारी संस्थानों के कर्मचारियों को कई-कई महीनों से वेतन नहीं मिल रहा। विश्वविद्यालयों से लेकर राष्ट्रीय माध्यमिक स्कूल शिक्षा अभियान के अध्यापकों और स्वास्थ्य विभाग से संबंधित कई श्रेणियों के कर्मचारियों को समय पर तनख्वाह नहीं मिल रही। तकनीकी शिक्षा विभाग के कर्मचारी एवं अध्यापकों वेतन न मिलने कारण सरकार विरुद्ध संघर्ष का ऐलान कर चुके हैं। कर्मचारियों को वेतन के लिये अदालतों में गुहार लगानी पड़ रही है। सबसे कम मासिक मेहनताना लेने वाले मिड-डे-मील कुक स्टाफ को भी दो महीनों से कोई पैसा नहीं मिल रहा, जबकि अपने मानदेय में वृद्धि के लिये वह पिछले लंबे समय से मांग उठाते आ रहे हैं। सेवानिवृत कर्मचारियों को सेवानिवृति लाभ व पेंशन पांच-पांच महीनों से लटके हुए हैं। सुविधा एवं सांझ केंद्रों का स्टाफ वेतन के लिये सरकार और ठेकेदारों के बीच महीनों से भटक रहा है। इतना ही नहीं कैप्टन सरकार ने ताजा दिशा निर्देश जारी कर अपने विभागी मुखियों को अगले वित्तीय वर्ष से संबंधित नये विकास कार्य पर रोक के साथ-साथ प्रस्ताव भेजने पर भी पबंदी लगा दी गई है। राज्य की लिंक सडक़ों की हालत दयनीय है।
अमन अरोड़ा ने कहा कि पंजाब को वित्तीय तौर पर कंगाल करने के लिये पंजाब की जनता अकाली-भाजपा गठबंधन को कभी माफ नहीं करेगी, परंतू कैप्टन अमरिंदर सिंह वर्तमान वित्तीय संकट के लिए खाली बादलों को कोसकर अपनी जिम्मेदारी और जबावदेही से भाग नहीं सकते। अमन अrरोड़ा ने कहा कि कैप्टन अमरिंदर सिंह सरकार पंजाब के इतिहास की सबसे बेकार और धोखेबाज सरकार साबित हुई है, क्योंकि कैप्टन सरकार किसानों-खेत मजदूरों, बेरोजगारों और बजुर्गों के किये सभी चुनावी वादों को लागू करने से मुकर गई है।