राम कुमार ने पुलवामा हमले के बाद सेना के अहम विवरण आई.एस.आई. को दिए
चंडीगढ़, 15 मार्च:
पंजाब पुलिस के
खुफिय़ा विंग ने फाजि़ल्का जि़ले के निवासी राम कुमार को जालंधर से गिरफ़्तार करके
राज्य में सक्रिय जासूसी नेटवर्क का पर्दाफाश किया है। भरोसेयोग सूत्रों और सहयोगी
एजेंसियों से मिली जानकारी पर कार्रवाई करते हुए स्टेट स्पैशल ऑपरेशनस सैल ऑफ
इंटेलिजैंस ने एक जासूसी एजेंट को गिरफ़्तार किया है।
इस संबंधी जानकारी
देते हुए पंजाब पुलिस के प्रवक्ता ने बताया कि प्राथमिक पूछताछ के दौरान राम कुमार
ने बताया कि वह 2013 से जालंधर कैंट में
एम.ई.एस में इलैक्ट्रीशन के तौर पर काम कर रहा है। उसने बताया कि पाकिस्तान आधारित
इंटेलिजेंस ऑपरेटिव से सोशल मीडिया पर उसकी दोस्ती हुई। उसको भारत-पाकिस्तान सरहद
पर तैनात भारतीय सेना की इकाईयों और रक्षा दलों की हरकत संबंधी जानकारी देने के
लिए कहा गया था। उसको विशेष सेना दलों संबंधी जानकारी देने के लिए भी कहा गया था।
प्रवक्ता ने कहा कि
राम कुमार ने कबूल किया कि उसने सेना से सम्बन्धित संवेदनशील जानकारी सोशल मीडिया
के ज़रिये पाकिस्तानी हैंडलर को दी। इसके अलावा उसने मिलिट्री अफसरों के मोबाईल
नंबर भी पाकिस्तानी इंटेलिजेंस ऑपरेटिवज़ को दिए। जानकारी देने के बदले उसे
विभिन्न मौकों पर पैसों का भुगतान किया गया।
प्रवक्ता ने
जानकारी देते हुए कहा कि पुलवामा घटना के बाद उसके हैंडलर्स सेना की हरकत जानने के
लिए और उत्सुक हो गए। इसके अलावा उससे दो मोबाईल फ़ोन, चार सिम कार्ड बरामद किये गए। उसने
कहा कि मुलजि़म का पुलिस रिमांड लेने के लिए आज कोर्ट में पेश किया गया जिससे
राज्य में सक्रिय समूचे जासूसी नेटवर्क का पर्दाफाश किया जा सके।
इस मामले में
मुलजि़म के खि़लाफ़ ऑफिशियल सीक्रेट एैक्ट (ओ.एस.ए) की धारा 3,4,5,9 और आई.पी.सी की धारा 120-ए के अंतर्गत पुलिस स्टेशन एस.एस.ओ.सी
अमृतसर में मामला दर्ज किया गया है। उसके सोशल मीडिया संपर्क की पड़ताल के लिए
आगामी जांच कार्यवाही अधीन है।
-----------
Post a Comment