कहा, सांपला के बयान ने अकाली दल द्वारा किसानों को गुमराह करने की कोशिश की पोल खोली
चंडीगढ़ 26 सितंबर
पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष श्री सुनील जाखड़ ने कहा है कि शिरोमणि अकाली दल के इस झूठ कि उन्हें मोदी सरकार द्वारा. कृषि कानूनों संबंधी अंधेरे में रखा गया था, का पर्दाफाश उनके ही पुराने भागीदारों ने कर दिया है ।आज यहां से जारी बयान में श्री सुनील जाखड़ ने कहा कि भाजपा नेता विजय सांपला के ताजा बयान ने अकाली दल की लोगों को भ्रमित करने की राजनीति का भंडा फोड़ दिया है । जिक्र योग्य है कि श्री सांपला ने अपने एक बयान में कहा था कि भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाली प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने खेती कानूनों के मुद्दे पर पंजाब के किसानों को समझाने की जिम्मेवारी अपने सहयोगी शिरोमणि अकाली दल की लगाई थी और अकाली दल के नेता यह फर्ज निभाने में असमर्थ रहे हैं। इस बयान पर टिप्पणी करते हुए श्री सुनील जाखड़ ने कहा कि भाजपा नेता के इस बयान ने अकाली दल के झूठ को बेनकाब कर दिया है जिसके द्वारा वे कह रहे थे कि केंद्र सरकार ने काले कृषि कानूनों व ऑर्डिनेंस के बारे में पहले उन्हें कोई जानकारी नहीं दी थी उन्होंने कहा कि अगर भाजपा ने पंजाब के किसानों को इन कानूनों के मुद्दे पर समझाने या सही अर्थों में कहा जाए तो गुमराह करने की जिम्मेवारी ही अकाली दल को दी थी तो फिर यह कैसे हो सकता है कि उनको इन काले कानूनों के बारे में विस्तार से बताया न गया हो। उन्होंने कहा कि असल में अकाली दल का नेतृत्व पंजाब में भाजपा के एजेंट के तौर पर काम कर रहा है जो किसानों को गुमराह करने की कोशिश में लगा हुआ है और अब वे किसान आंदोलन को कमजोर करने के लिए इस में घुसपैठ की नाकाम कोशिश कर रहे हैं ताकि उन पर केंद्र सरकार की कृपा दृष्टि बनी रहे ।श्री जाखड़ ने कहा कि यह सच भी है क्योंकि पिछले 3 महीने से श्री सुखबीर सिंह बादल और श्रीमती हरसिमरत कौर बादल समेत पूरी अकाली लीडरशिप इन काले कानूनों को किसानों के लिए वरदान बता रहे थे। उन्होंने कहा कि जब पंजाब के किसान अकाली दल के झूठ के झांसे में नहीं आए तो फिर भाजपा ने खुद ही जान लिया कि किसान के नाम पर राजनीति करने वाले अकाली दल का तो अपना कोई आधार किसानों में नहीं है, इसलिए भाजपा ने अकाली दल को गठबंधन पर बोझ समझते हुए उसे मंत्रिमंडल से बाहर का रास्ता दिखा दिया। जिसे शर्म के मारे अकाली दल अब त्यागपत्र की कुर्बानी का नाम दे रहा हैं जब कि केंद्र सरकार की कृपा दृष्टि प्राप्त करने की इच्छा में अकाली दल अभी भी मोदी सरकार को समर्थन जारी रखे हुए हैं जो कि प्रमाणित करता है कि वे आज भी मोदी सरकार के एजेंट बने हुए हैं।
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