मुक्तसर − पंजाब सरकार ने कोविड-19 को ध्यान में रखते हुए राज्य के लोगों तक स्वास्थ्य सुविधाएं पहुंचाने के लिए ई-संजीवनी ऐप की शुरुआत की थी, जिसके तहत लोग माहिर डॉक्टर्स से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से इलाज व सलाह की सुविधा ले सकते हैं । इसके माध्यम से जनरल ओपीडी, मानसिक रोगों से संबंधित इलाज और गायनाकोलोजिकल (जच्चा-बच्चा स्वास्थ्य) सेवाएं दी जा रही है । इस बारे में जानकारी देते हुए सी.एच.सी चक्क शेरेवाला के बी.ई.ई मनबीर सिंह ने बताया कि स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू के निर्देशों के तहत आम बीमारियों से पीड़ित व्यक्तियों, जच्चा-बच्चा कार्यक्रम के तहत गर्भवती महिलाओं को इलाज, खुराक और आम देखभाल से सम्बंधित सलाह ऑनलाइन ही उपलब्ध करवाई जाती है । उन्होंने बताया कि इसके लिए esanjeevaniopd.in पर लॉग इन करके प्रत्येक सोमवार से शनिवार तक सुबह 8 बजे से दोपहर 2 बजे तक इस सुविधा का लाभ लिया जा सकता है । मेडिकल अफसर डा. अलिशा गाबा ने बताया कि ई-संजीवनी द्वारा दी जा रही सुविधाएं मुफ्त प्रदान की जा रहीं हैं। उन्होंने कहा कि हैल्थ वैलनेस सैंटरों पर तैनात कम्यूनिटी हैल्थ अफसर यह सेवाएं लोगों को उपलब्ध करवाईं जा रहीं है। खपियांवाली सैंटर पर नियुक्त सीएचओ करमजीत कौर ने बताया कि गर्भवती महिलाओं को गर्भावस्था के पहले तीन महीने में इन्फेक्शन होने का डर अधिक होता है और कोरोना महामारी कि इस स्थिति में अस्पताल आने से यह खतरा बढ़ सकता है । इसलिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी अडवाइजरी के तहत उन्हें अस्पताल आने से परहेज करना चाहिए । उन्होंने कहा कि विभाग द्वारा दी जा रही यह सुविधा आम बीमारियों से पीड़ित व्यक्तियों और गर्भवती महिलाओं के लिए विषेशत ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाओं के लिए बहुत ही लाभदायक है ।