डिप्टी स्पीकर भट्टी का किसानों ने किया घेराव, मांगे सवालों के जवाब
इसी साल उन्होंने हरियाणा ओपन बोर्ड से 12वीं की परीक्षा भी दी थी, लेकिन नियमों के आधार पर रिजल्ट रोक लिया गया था, चौटाला ने 2017 में NIOS (नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ ओपन स्कूल) से उर्दू, साइंस, सोशल स्टडीज और इंडियन कल्चर एंड हेरिटेज विषय में 53.40% अंक हासिल कर 10वीं पास की थी, 5 अगस्त को बोर्ड द्वारा जारी ओपन 12वीं के परीक्षा परिणाम में ओपी चौटाला का रिजल्ट होल्ड कर दिया गया, क्योंकि चौटाला ने 10वीं में NIOS से पास परीक्षा में अंग्रेजी या हिंदी का पेपर नहीं दिया था, बल्कि उर्दू विषय लिया था। अब इंग्लिश पेपर में पास होने के बाद ही 12वीं का रिजल्ट जारी हो पाएगा, इस वजह से 10वीं का अंग्रेजी का पेपर देने के लिए स्कूल आए, पेपर सिरसा के आर्य गर्ल्स स्कूल में था, 86 साल की उम्र में चौटाला परीक्षार्थी बनकर स्कूल के कमरा नंबर 13 में बैठे, 9वीं क्लास की लड़की उनका पेपर लिखने में मदद की, शिक्षा विभाग ने नियम के मुताबिक लड़की को बतौर राइटर उन्हें उपलब्ध कराया गया था।
इसी साल उन्होंने हरियाणा ओपन बोर्ड से 12वीं की परीक्षा भी दी थी, लेकिन नियमों के आधार पर रिजल्ट रोक लिया गया था, चौटाला ने 2017 में NIOS (नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ ओपन स्कूल) से उर्दू, साइंस, सोशल स्टडीज और इंडियन कल्चर एंड हेरिटेज विषय में 53.40% अंक हासिल कर 10वीं पास की थी, 5 अगस्त को बोर्ड द्वारा जारी ओपन 12वीं के परीक्षा परिणाम में ओपी चौटाला का रिजल्ट होल्ड कर दिया गया, क्योंकि चौटाला ने 10वीं में NIOS से पास परीक्षा में अंग्रेजी या हिंदी का पेपर नहीं दिया था, बल्कि उर्दू विषय लिया था। अब इंग्लिश पेपर में पास होने के बाद ही 12वीं का रिजल्ट जारी हो पाएगा, इस वजह से 10वीं का अंग्रेजी का पेपर देने के लिए स्कूल आए, पेपर सिरसा के आर्य गर्ल्स स्कूल में था, 86 साल की उम्र में चौटाला परीक्षार्थी बनकर स्कूल के कमरा नंबर 13 में बैठे, 9वीं क्लास की लड़की उनका पेपर लिखने में मदद की, शिक्षा विभाग ने नियम के मुताबिक लड़की को बतौर राइटर उन्हें उपलब्ध कराया गया था।