टोक्यो 2020 ओलिंपिक में आज एक ऐसी घटना घटी जिसे देखकर सभी हैरान रह गए... और Tokyo के ओलिंपिक स्टेडियम में बैठे कई लोग आंखें पोंछते भी दिखे।
हुआ यूं कि कतर का हाई जम्पर "मुताज इस्सा बरशिम" और इटली का हाई जम्पर "जियानमार्को तंबारी" बराबर चल रहा था।
जब दोनों ने सबसे ज्यादा 2.37 मीटर की छलांग लगाई थी।
दोनों ने अगले लक्ष्य के लिए 2.39 दोनो ने कोशिश की, लेकिन दोनों असफल रहे।
आखिरी छलांग के दौरान इतालवी खिलाड़ी घायल हो गया था।
इसके बाद रेफरी ने उन्हें पहले और दूसरे स्थान के लिए एक आखिरी प्रयास करने को कहा।
लेकिन "मुताज़ इस्सा बर्शिम" के नाम से जाने जाने वाले कतरी खिलाड़ी को इतालवी खिलाड़ी "जियानमारको तांबरी" ने चोट पहुंची है और वह शायद यह आखिरी प्रयास नहीं कर पाएगा ... और अगर वह कोशिश भी करता है, तो भी वह जीत नहीं पाएगा .
तो मुताज़ ईसा बर्शिम ने "रेफरी से पूछा
"क्या हम दोनों को स्वर्ण पदक नहीं मिल सकता"?
क्योंकि मैं एक चोटिल खिलाड़ी (जो नहीं जानता कि यहां तक पहुंचना कितना मुश्किल रहा होगा) से गोल्ड मेडल जीतने का यह मौका गंवाना नहीं चाहता, तो रेफरी ने खेल के नियमों को देखकर, अंत मे आकर कहा
"हाँ यह संभव है, आप दोनों को स्वर्ण पदक से सम्मानित किया जा सकता है" जब यह बात इटालियन खिलाड़ी को बताई गई तो वह तुरंत कतर के खिलाड़ी से आकर लिपट गए, उनके खुशी के आंसू थम नहीं रहे थे।
चारों ओर तालियों की गूँज इस ऐतिहासिक क्षण का लुत्फ उठा रही थीं और एक इतिहास रचा जा रहा था।
और टोक्यो ओलंपिक में ऊंची कूद में स्वर्ण पदक दो एथलीटों, कतर के मुताज़ ईसा बरशिम और इटली के जियानमारको तांबरी के पास गया।