-भाजपा ने मुँह नही लगाया तो अब नई पार्टी बनाने की फ़िराक़ में
-जब साड़े चार साल तक नही निकले घर से तो कुछ कर पाना नही होगा आसान
प्रेम शर्मा ,मोगा
पंजाब में कांग्रेस हाई कमांड द्वारा आगामी विधान सभा चुनाव के मद्देनज़र कैप्टन अमरिंदर सिंह की लोक विरोधी नीतीयों से खफ़ा मुख्यमंत्री पद से हटा देने से कैप्टन बिफर गये है ।जिसके चलते उन द्वारा राहुल गांधी समेत अन्य सिनीयर नेताओं को जहाँ कटघरे में खड़ा करने का प्रयास किया वही दिल्ली में भाजपा के अमित शाह से मिल भाजपा का दामन थामने का यह प्रचार करवाया कि कैप्टन को केन्द्र में खेतीबाड़ी मंत्री बना भाजपा किसानों की तीनों नोटिफ़िकेशन रद्द करवा पंजाब में भाजपा का परचम लहरायेगी । लेकिन लगभग एक साल से देश भर में किसानों के रोष झेल रही भाजपा उस व्यक्ति पर कैसे दाव खेल सकती है जो साड़े चार साल मुख्यमंत्री रहने के बावजूद राज्य की जनता तो क्या अपने सहयोगी विधायकों से भी बनाए रहा हो।जिसके चलते उसे मुख्य मंत्री पद तक छोड़ना पड़ा ।अब भाजपा द्वारा भाव न दिए जाने पर से अंगूर खट्टे वाली बात तहत नई पार्टी बनाने जा रहा है ।लेकिन राजनीतिक माहिरों अनुसार जो बनी बनाई पार्टी का मुख्य मंत्री पद तक नही संभाल सका उसका नई पार्टी को कामयाब करना संभव नही लगता ।यह अलग बात है कि कैप्टन अपनी ज़िद्द व मन में पाए जाने वाले रोष तहत कांग्रेस की लुटिया डुबोने तहत इस बात पर जोर दें कि न मैं खेलना न खेलन देना गुथी च ——-•