श्री मुक्तसर साहिब, 19 जनवरी- देश में लोक सभा और विधान सभा चुनावों का एलान होते ही राजनीतिक पार्टियां और लीडर एकदम सरगर्म हो जाते हैं। वोटें बटोरने के लिए, लोगों को बुद्धू बनाने के लिए नई नई चालों और योजनाएँ तैयार की जाती हैं। हर प्रकार के हथ कंडे अपनाए जाते हैं। राजनीतिक पार्टियों द्वारा अपने चुनाव मेनिफेस्टो और लीडरों द्वारा कभी भी न पूरे किए जाने वाले वादों की झड़ी लगाई जाती है। हर नागरिक को लाखों रूपये देने का वादा किया जाता है। आम जनता के लिए मुफ्त सुविधा देने का भ्रम जाल फैलाया जाता है। पहले ही बेरोजगारी की मार झेल रहे नौजवानों को नौकरी के सब्ज बा$ग दिखाए जाते हैं। धार्मिक ग्रंथों की कस्म खा कर सीमित समय में नशे ख्तम करने के झूठे वादे किए जाते हैं। विद्यार्थीयों को समार्ट फोन और स्कूटियों के सपने दिखाए जाते हैं। महिलाओं को तो और भी कई प्रकार के लालच दिए जाते हैं। चुनाव जीतने के बाद राजनीतिक पार्टियां और लीडर अपने चुनाव मेनिफेस्टो और वादों को ठंडे बसते में डाल देते हैं। ऐसे हालातों में आम वोटर अपने आप को ठगा और ज़लील महसूस करता है। झूठे वादों के लालीपाप के लालच में वोट डालने वाले वोटर कुछ भी नहीं बोल सकते और इस धोखेबाजी को अपनी किस्मत मान कर सबर कर लेते हैं। एल.बी.सी.टी. (लार्ड बुद्धा चैरिटेबल ट्रस्ट) के चेयरमैन और आल इंडिया एस.सी./बी.सी./एस.टी. एकता भलाई मंच के राष्ट्रीय प्रधान दलित रत्न जगदीश राय ढोसीवाल ने झूठे चुनाव वादें करने वाली राजनीतिक पार्टियों की पुरजोर आलोचना और इन वादों की मार झेलने वाले वोटरों और आम नागरिकों के साथ हमदर्दी व्यक्त की है। ढोसीवाल ने झूठे मेनिफेस्टो और लालची चुनाव वादे करने वाले लीडरों को वोट कैप्चिरिंग का दोषी करार दिया है। उन्होंने देश की पार्लियामेंट द्वारा इस संबंधी सख्त कानून बनाए जाने की मांक की है। उन्होंने झूठे चोन मेनिफेस्टो जारी करने वाली राजनीतिक पार्टियों की मान्यता रद्द करने और संबंधित पार्टी के नेताओं पर सारी उम्र चुनाव न लडऩे की रोक लगाने की मांग भी की। प्रधान ढोसीवाल ने आम लोगों को झूठे चुनावी वादों के भ्रमजाल में न फंस कर देश और जन हितैशी पार्टियोंं का समर्थन करने की भी अपील की है।