बिमारियों से बचाव के लिए टीकाकरण जरूरी - स्वास्थ्यकर्मी
सिविल सर्जन डा. रंजू सिंगला और सी.एच.सी चक्क शेरे वाला के सीनियर मेडिकल अफसर डा. सुनील कुमार बांसल की अगुवाई में स्वास्थ्य ब्लाक चक्क शेरे वाला के अलग -अलग सब सेंटरों में बुधवार को ममता दिवस मनाया गया। इस दौरान स्वास्थ्य कर्मियों ने बच्चों व गर्भवती महिलाओं के टीकाकरण के साथ-साथ गर्भवती औरतों को गर्भावस्था और प्रसूति के बाद संतुलित और विटामिन से भरपूर आहार लेने के लिए प्रेरित किया। बी.ई.ई मनबीर सिंह ने बताया कि ममता दिवस हर बुधवार को मनाया जाता है, जिस दौरान बच्चों को 9 जानलेवा बीमारियों से बचाने के लिए टीके लगाए जाते हैं। इन कैंपों में जीरो से लेकर 16 वर्ष तक के बच्चों को पोलियो, टीबी, काली खांसी, गलघोटू, टिटनैस, पेट की बीमारियों, खसरा, रूबेला, दिमागी बुखार आदि बीमारियों से बचाव के टीके लगाए गए। उन्होंने कहा कि बच्चों को बीमारियों से बचाने के लिए टीकाकरण बहुत जरूरी है, जोकि प्रदेश की सभी सरकारी स्वास्थ्य संस्थाओं में मुफ्त किया जाता है। बच्चों के टीकाकरण के अलावा गर्भवती औरतों का मुफ्त एएनसी चेकअप और टीकाकरण किया जाता है। जच्चा -बच्चा मौत दर को कम करने के लिए डिलीवरी सरकारी अस्पताल में ही करवानी चाहिए। इस मोके पर कोटली देवन, थांदेवाला, महा बधर, गोनिआना, नूरपुर किरपाल के, मान सिंह वाला आदि गाँवो में आयोजित कैंपों के दौरान गर्भवती औरतों को प्रेरित करते हुए स्वास्थ्यकर्मियों ने कहा कि गर्भावस्था और प्रसूति के बाद संतुलित और विटामिन भरपूर भोजन की सबसे अधिक जरूरत होती है। इसके साथ मां और बच्चा दोनों का स्वास्थ्य ठीक रहेगा और बच्चे कुपोषण का शिकार होने से बचे रहेंगे। उन्होंने बताया कि शिशु मृत्यु दर कम करने के लिए नवजात बच्चे को छह महीने तक केवल मां का दूध ही पिलाया जाए, क्योंकि मां के दूध में ऐसे तत्व होते हैं जो बच्चे को गंभीर रोगों से बचाते हैं। इस मौके पर ए.एन.एम गुरजीत कौर, बलविंदर कौर, गुरमीत कौर, लखविंदर कौर, सी.एच.ओ विमलदीप कौर,सी.एच.ओ गुरप्रीत कौर, सी.एच.ओ मंगलप्रीत कौर, हेल्थ वर्कर बलविंदर सिंह, हरमेल सिंह, अन्य स्टाफ और महिलाएं उपस्थित थीं।