−− माफीनामा कांड को लेकर मुक्तसर विकास मिशन की
मीटिंग में लिया गया निर्णय --
श्री मुक्तसर साहिब : शहर व आम लोगों के भले और
विकास को समर्पित प्रमुख गैर सरकारी समाज सेवी संस्था मुक्तसर विकास मिशन की विशेश
मीटिंग स्थानीय सिटी होटल में आयोजित की गई। मिशन मुखी जगदीश राय ढोसीवाल की
प्रधानगी में हुई इस मीटिंग में सीनियर उप प्रधान निरंजन सिंह रखरा, इंज. अशोक कुमार भारती, अनिल अनेजा, डा. सुरिंदर गिरधर, सोम नाथ, सुरिंदर छाबड़ा, चौ. बलबीर सिंह, ओ.पी. खिच्ची, पंम्मा संधू और नरिंदर काका
आदि मौजूद थे। मीटिंग दौरान पिछले दिनों स्थानीय कोटकपूरा रोड स्थित डी.ए.वी.
पब्लिक स्कूल के प्रिंसीपल एच.एस. साहनी द्वारा सरकारी नियमों की धज्जियां उड़ाते
हुए स्कूल टाइम के बाद कुंवारी स्कूल अध्यापिका से आत्म हत्या करने के झूठे दोष
लगा कर जबरन माफी नामा लिखवाने का मामला मुख्य रूप में विचारा गया। मीटिंग दौरान
प्रधान ढोसीवाल ने कहा कि उक्त स्कूल प्रिंसीपल द्वारा कुछ अन्य अध्यापिकों के साथ
साजबाज होकर साजिशी ढंग से मिशन की प्रैस सचिव और उक्त स्कूल की अध्यापिका मिस
पूनम नागपाल पर आत्म हत्या के झूठे दोष लगाए थे। इस संबंधी प्रिंसीपल ने पीडि़त
कुंवारी अध्यापिका को स्कूल टाइम के बाद अपने कार्यालय में बुला कर पुलिस का डरावा
देकर धक्के से माफी नामा लिखवाया था। इस संबंधी पीडि़त अध्यापिका ने स्वंय घोषणा
पत्र देकर मिशन से इंसाफ की गुहार लगाई है। उल्लेखनीय है कि जबरन माफी नामा
लिखवाते समय पीडि़त अध्यापिका को अपने माता-पिता यां किसी अन्य रिशतेदार से बातचीत
भी नहीं करने दी गई। मीटिंग दौरान मिस पूनम नागपाल ने बताया कि उक्त कार्यवाई से
उसके भविष्य पर प्रशन चिन्ह लग गया है। मीटिंग दौरान सभी बुलारों ने प्रिंसीपल की
उक्त कार्यवाई की पुरजोर शब्दों में निंदा करते हुए इसको सरकारी नियमों की अनदेखी
और पद का दुर्पयोग करार दिया है। बुलारों ने आगे कहा कि यह कार्यवाई प्रिंसीपल
द्वारा कुछ अध्यापिकों से साज बाज होकर पीडि़त अध्यापिका को नौकरी से निकलवाने की
स्पष्ट चाल है। उल्लेखनीय है कि अध्यापिका पूनम नागपाल को कई बार स्कूल का मोस्ट
रैगूलर टीचिंग स्टाफ का अवार्ड भी दिया जा चुका है और मैनेजमैंट कमेटी के मैंबरों
की मौजूदगी में उनको विशेश तौर पर सम्मानित भी
किया जा चुका है। प्रधान ढोसीवाल ने बताया है कि प्रिंसीपल द्वारा अविवाहत पीडि़त
अध्यापिका का भविष्य तबाह करने संबंधी सारा मामला जिला शिक्षा अधिकारी सैकंड्री के
ध्यान में लिखित में लाया जाएगा।
