गबन और टैक्स चोरी के दोषी प्रिंसीपल विरूद्ध एफ.आई.आर. दर्ज करवाई जाए : ढोसीवाल

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 - पड़ताल दौरान दोष सही पाए गए -

गबन और टैक्स चोरी के दोषी प्रिंसीपल विरूद्ध एफ.आई.आर. दर्ज करवाई जाए : ढोसीवाल
प्रधान ढोसीवाल सहायक कमिश्नर को भेजे गए पत्र की नकल दिखाते हुए।



श्री मुक्तसर साहिब, 25 दिसंबर-
 एल.बी.सी.टी. (लार्ड बुद्धा चैरिटेबल ट्रस्ट) के चेयरमैन और आल इंडिया एस.सी./बी.सी./एस.टी. एकता भलाई मंच के राष्ट्रीय प्रधान दलित रत्न जगदीश राय ढोसीवाल ने आज यहां बुद्ध विहार स्थित मंच के मुख्य कार्यालय सेबताया है कि यूकोन (यूनिवर्सिटी कालिज आफ नर्सिंग) फरीदकोट के आफीशीएटिंग प्रिंसीपल प्रो. एच.सी.एल. रावत द्वारा एस.एन.ए. फंड में बड़े स्तर पर बेनियमियां और घोटाला किया गया था। एकता भलाई मंच द्वारा पूरा मामला करीब सवा साल पहले बीती 02 अगस्त 2020 को यूनिवर्सिटी के ध्यान में लाया गया। अपनी इमानदारी और निष्पक्षता वाली नीति और प्रबंधकी कार्य कुश£ता के लिए पूरे भारत में नाम कमाने वाले यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर डॉ. राज बहादर द्वारा मामले की पड़ताल करवाई गई। पड़ताल दौरान उक्त फंड को बंद करवा कर प्रो. रावत द्वारा सारी रक्म गैर कानूनी ढंग से अपने हाथ में रखने की बात सच साबित हो गई। इसके साथ ही रिकार्ड की सही ढंग से  संभाल न करने संबंधी भी मामला स्पष्ट हो गया। प्रिंसीपल द्वारा अपने निजी खाते में से गबन की राशि ट्रांसफर करवाने और अपने पास से जमा करवाने का मामला भी सच साबित हो गया है। इसके साथ ही उक्त आफीशीएटिंग प्रिंसीपल द्वारा लाखों रूपये की राशि का भुगतान सामान्य सफैद कागज पर करना और वैट, जी.एस.टी. और अन्य टैक्स चोरी का मामला भी पूरी तरह से साबित हो गया है। उक्त आफीशीएटिंग प्रिंसीपल और अन्य ने सेवा नियमों की घोर उल्लंघना की है, सरकार और यूनिवर्सिटी को धोखो में रखा है और टैक्स चोरी को अंजाम दिया है। प्रधान ढोसीवाल ने कहा है कि उनकी संस्था द्वारा प्रो. रावत और अन्य विरूद्ध की गई शिकायत और लगाए गए दोष पूर्ण रूप में सच साबित हो चुके हैं। प्रिंसीपल और रिकार्ड की सांभ संभाल के लिए जिम्मेदार कर्मचारी को यूनिवर्सिटी द्वारा चार्जशीट कर दिया गया है। यह सभी गुनाह बेहद गंभीर हैं। एकता भलाई मंच द्वारा वाइस चांसलर को लिखित तौर पर निवेदन किया गया है कि उक्त सभी बेनियमियों और टैक्स चोरी के लिए प्रो. रावत विरूद्ध पुलिस के पास एफ.आई.आर. दर्ज करवाई जाए और सरकारी नियमों अनुसार बनती कार्यवाई की जाए।

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