खेल अधिकारी और कोच कागज़ी कार्यवाहियां छोड़ कर खेल मैदानों में आएं - प्रगट सिंह

bttnews
0

 खेल मंत्री द्वारा खिलाड़ियों के लिए खेल का समान और किटें न बाँटने वालों के खि़लाफ़ सख़्त कार्यवाही के आदेश

नौजवानी को खेल मैदानों के साथ जोड़ने के लिए खेल, युवा सेवाएं और शिक्षा विभाग मिलकर काम करें

चंडीगढ़, 14 अक्टूबर
खेल और युवा सेवाओं संबंधी मंत्री प्रगट सिंह ने खेल अधिकारियों और कोचों को कहा है कि कागज़ी कार्यवाहियों छोड़ कर खेल से सम्बन्धित गतिविधियां प्रैक्टिकल तौर पर ग्राउंड में नज़र आनी चाहिऐ। खिलाड़ियों के लिए जारी खेल का समान और किटों का वितरण तुरंत की जाये। यदि किसी भी खेल दफ़्तर के स्टोर में समान अवितरित पाया गया, उस जिले के खेल अधिकारी के खि़लाफ़ सख़्त कार्यवाही की जायेगी। उन्होंने खेल अधिकारियों और कोचों को दफ़्तरी कमरों में से निकल कर खेल मैदानों में खेल के लिए सजग माहौल बनाने के लिए कहा क्योंकि वास्तविक ड्यूटी उनकी ग्राउंड में है।


स. प्रगट सिंह ने युवा सेवाएं विभाग को भी कहा है कि गाँवों में बंद पड़े यूथ क्लबों को फिर सुरजीत किया जाये। इसी तरह खेल विभाग कोचों, युवा सेवाएं विभाग के अधिकारियों और स्कूल शिक्षा और उच्च शिक्षा विभागों के शारीरिक शिक्षा अध्यापकों और लैक्चररों को आपसी तालमेल बना कर मिलकर काम के लिए प्रेरित किया है जिससे राज्य की नौजवानी को खेल मैदानों के साथ जोड़ा जा सके।
स. प्रगट सिंह ने यह निर्देश आज यहाँ दोनों विभागों के उच्च अधिकारियों को साथ लेकर पंजाब भवन में बुलायी खेल विभाग के अधिकारियों, ज़िला खेल अधिकारियों और युवा सेवाएं विभाग के डिप्टी डायरेक्टरों और जिलों के सहायक डायरैक्टरों की मीटिंग में दिए।
 खेल मंत्री जो स्वयं हॉकी ओलम्पियन रहे हैं, ने कहा कि अक्सर देखने को मिलता है कि खिलाड़ियों को बांटा जाने वाला खेल समान और किटें अवितरित ही स्टोरों में पड़ी रहती हैं। उन्होंने कहा कि ऐसी लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जायेगी और दोषी पाये जाने वालों के खि़लाफ़ सख़्त कार्यवाही होगी। स्टोरों में कंडम हुए समान को ढंग अनुसार बाहर निकाला जाये। उन्होंने सभी ज़िला खेल अधिकारियों से विंगों, खेल सैंटरों, कोचों की तैनाती और खिलाड़ियों की संख्या के विवरण भी बारी-बारी लेते हुये आदेश दिए कि जिस जगह कोच अपेक्षित हो, वहां उसकी तैनाती की जाये और कोई भी सैंटर बंद नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि किसी समय भी किसी भी सैंटर की चैकिंग कर सकते हैं और सैंटर बंद पाये जाने की सूरत में सम्बन्धित खेल अधिकारी के खि़लाफ़ कार्यवाही होगी।
स. प्रगट सिंह ने कहा कि दोनों विभाग राज्य के नौजवानों के साथ सीधे तौर पर जुड़े हुए हैं और इन विभागों के कामकाज में फुर्ती लाने की ज़रूरत है। इसके इलावा कोरोना के कारण बंद हुई गतिविधियों फिर से शुरू किये जाने पर हर ज़िला अपने खेल कैलंडर बना कर टूर्नामैंट करवाए। खेल गतिविधियां भी तीन स्तरीय शुरू की जाएँ। सभी नौजवानों के सम्मिलन वाले खेल, खिलाड़ियों के लिए विशेषीकृत और उच्च कोटी के खिलाड़ियों के लिए उच्च विशेषकृत ट्रेनिंग का प्रबंध किया जाये। इस मौके पर उन्होंने पंजाब इंस्टीट्यूट आफ स्पोर्टस (पी.आई.एस.) के कामकाज कार्यशील बनाने पर भी ज़ोर दिया।
मीटिंग में खेल विभाग के सचिव श्री अजोए शर्मा, डायरैक्टर श्री डी.पी.एस.खरबन्दा, पी.आई.एस. के डायरैक्टर (प्रशासकीय) अमरदीप सिंह, ज्वाइंट डायरैक्टर श्री करतार सिंह, हॉकी ओलंपियन सुखबीर सिंह गरेवाल, युवा सेवाओं के डिप्टी डायरैक्टर श्री कमलजीत सिंह सिद्धू भी उपस्थित थे।

Post a Comment

0Comments

Post a Comment (0)